Usage
यह भस्म हरताल और मनःशिला के योग से बनने पर उग्र बनती है। यह भस्म कीटाणु नाशक, पित्त्वर्द्धक और बल्य है। पिष्टी बनाने पर सौम्य होती है। पुखराज विषविकार, वमन, वातप्रकोप, कफविकार, दाह, रक्तविकार, अर्श, कुष्ठ और मन्दाग्नि को दूर करता है। तथा अग्नि को प्रदीप्त करता है। क्षय और धातुशोष में अति हितकर है। स्थावर, जंगम विष और कृत्रिम विष जो धातुओं में जीन हो गया हो,उसे यह दूर करता है। पुखराज से गुरुग्रह की बाधा दूर होती है।
Ingredients
Pukhraj Shuddh -Topaz-25 gm., Mansil -Red Arsenic-25 gm., Gandhak -Sulphur-25 gm., Hartal -Orpiment-25 gm., Kathal Ras-Artocarpus heterophyllus-25 gm.,/Pukhraj Shuddh -Topaz-2.5 kg., Gulab Ark-Rosa centifolia-2.5 liter
Dosage & Anupan
आधे रत्ती से एक रत्ती, शहद या रोगानुसार अनुपान के साथ ।